प्रकाश कुंज । श्रीनगर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि ईरान में फंसे मेडिकल के छात्रों का पहला जत्था दिल्ली पहुंच गया है और जम्मू-कश्मीर रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (जेकेआरटीसी) की डीलक्स बसों से उन्हें केन्द्र शासित प्रदेश लाया जायेगा। ईरान में चार हजार से अधिक भारतीय विद्यार्थी मेडिकल की पढ़ाई करते
प्रकाश कुंज । श्रीनगर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि ईरान में फंसे मेडिकल के छात्रों का पहला जत्था दिल्ली पहुंच गया है और जम्मू-कश्मीर रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (जेकेआरटीसी) की डीलक्स बसों से उन्हें केन्द्र शासित प्रदेश लाया जायेगा।
ईरान में चार हजार से अधिक भारतीय विद्यार्थी मेडिकल की पढ़ाई करते हैं जिनमें से आधे से अधिक जम्मू-कश्मीर के हैं।
कल रात 100 भारतीय छात्रों को लेकर एक विमान दिल्ली पहुंचा जिनमें 90 छात्र जम्मू-कश्मीर के हैं। सभी छात्र ईरान के उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ते थे और इन्हें आर्मेनिया और दोहा के रास्ते भारत लाया गया। विमान करीब तीन घंटे देर से पहुंचा।
जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन (जेकेएसए) ने कहा कि दिल्ली पहुंचने पर कश्मीरी छात्रों को अन्य राज्यों के छात्रों की तरह एयरपोर्ट ट्रांसपोर्ट नहीं दिया गया। जेकेएसए ने कहा, “उन्हें राज्य सड़क परिवहन निगम (एसआरटीसी) बसों से जाने को कहा जा रहा है, जबकि वे पिछले चार दिन से लगातार यात्रा करके थक चुके हैं। यह बेहद निराशाजनक है।”
अब्दुल्ला ने छात्रों की इस शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेते हुये कहा कि रेजिडेंट कमिश्नर को जेकेआरटीसी के साथ समन्वय करके डीलक्स बसों की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने ‘एक्स’ पर कहा, “मुख्यमंत्री ने ईरान से लौटे छात्रों की बसों की गुणवत्ता को लेकर की गयी मांग पर ध्यान दिया है और उचित डीलक्स बसों की व्यवस्था के लिए रेजिडेंट कमिश्नर को निर्देशित किया है।”