जयपुर । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल एवं चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के मार्गदर्शन में प्रदेश में तम्बाकू नियंत्रण के क्षेत्र में प्रभावी कदम उठाते हुए उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित की जा रही हैं। इसी कड़ी में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अर्न्तगत वर्ष 2024-25 में आयोजित गतिविधियों के आधार पर राजस्थान ने प्रथम स्थान
जयपुर । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल एवं चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के मार्गदर्शन में प्रदेश में तम्बाकू नियंत्रण के क्षेत्र में प्रभावी कदम उठाते हुए उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित की जा रही हैं। इसी कड़ी में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अर्न्तगत वर्ष 2024-25 में आयोजित गतिविधियों के आधार पर राजस्थान ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि के लिए केंद्र सरकार की ओर से राजस्थान को बेस्ट परफोरमेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
नई दिल्ली में शुक्रवार को आयोजित समारोह में भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव श्रीमती वी. हेकली झिमोमी एवं अतिरिक्त उप महानिदेशक, डॉ. एल. स्वास्थिचरण ने यह अवार्ड प्रदान किया। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. एसएन धौलपुरिया, एएसपीओ नरेंद्र सिंह, एसपीओ डॉ. जकारिया चौहान ने यह अवार्ड प्राप्त किया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम से जुड़े समस्त अधिकारियों एवं कार्मिकों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में 24 सितम्बर 2024 को टोबेको फ्री यूथ कैंपेन 2.0 का शुभारंभ किया गया था। अभियान के तहत ग्राम स्तर तक व्यापक जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। तम्बाकू नियत्रंण अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्रभावी एनफोर्समेंट गतिविधियों का आयोजन किया गया। इन गतिविधियों के परिणाम स्वरूप प्रदेशभर में तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन हुआ है।
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने बताया कि तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान के अंतर्गत 14,725 जागरूकता कार्यक्रम, 11,850 आईईसी गतिविधियां, कोटपा 2003 की धारा 4 के अंतर्गत प्राधिकृत अधिकारियों के द्वारा 40,232 चालान कार्यवाही, धारा 6 (ए) के अंतर्गत 4020 चालान कार्यवाही, धारा 6 (ब) के अंतर्गत 1123 चलान कार्यवाही की गई। साथ ही, तम्बाकू मुक्ति की दिशा में 15,765 व्यक्तियों की काउन्सलिंग तथा 7539 का उपचार किया गया।