जयपुर । सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए नई अप्रोच के साथ काम करेगा। जनसम्पर्क की नई विधाओं और बदलते स्वरूप को ध्यान में रखते हुए परंपरागत प्रचार-प्रसार के साथ-साथ अब न्यू मीडिया पर विशेष रूप से फोकस किया जाएगा। इसके लिए विभाग
जयपुर । सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए नई अप्रोच के साथ काम करेगा। जनसम्पर्क की नई विधाओं और बदलते स्वरूप को ध्यान में रखते हुए परंपरागत प्रचार-प्रसार के साथ-साथ अब न्यू मीडिया पर विशेष रूप से फोकस किया जाएगा। इसके लिए विभाग को तकनीकी रूप से सुदृढ़ बनाने के साथ-साथ अधिकारियों का विभिन्न ट्रेनिंग प्रोग्राम्स के जरिये कौशल संवर्धन किया जाएगा।
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की शासन सचिव अर्चना सिंह एवं आयुक्त संदेश नायक ने गुरुवार को मुख्यालय पर विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। शासन सचिव ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं, कार्यक्रमों एवं नीतिगत निर्णयों को जन-जन तक पहुंचाने में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की अहम भूमिका है। विगत वर्षों में मीडिया माध्यमों का स्वरूप तेजी से बदला है और सूचनाओं के संप्रेषण में तकनीक का उपयोग महत्वपूर्ण हो गया है। इसे देखते हुए सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग में भी प्रचार-प्रसार से जुड़ी नवीनतम तकनीकों को अपनाया जाएगा। अर्चना सिंह ने सभी शाखा प्रभारियों से उनके दायित्वों एवं काम-काज के बारे में विस्तार से चर्चा की और निर्देश दिए कि राज्य सरकार की योजनाओं की ब्रांडिंग इस तरह से की जाए कि अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक उनका लाभ पहुंचाने की मंशा साकार हो सके। राज्य सरकार का प्रचार-प्रसार रचनात्मक होने के साथ-साथ जानकारी परक हो और आमजन के लिए उपयोगी हो। प्रचार-प्रसार के दौरान लक्षित वर्ग का भी ध्यान रखा जाए ताकि सरकार के कार्यों का संदेश सही व्यक्ति तक सही समय पर पहुंचे।
सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त संदेश नायक ने जनसम्पर्क के विभिन्न माध्यमों यथा प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रोनिक मीडिया, सोशल मीडिया, आउटडोर मीडिया आदि के संबंध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग राज्य सरकार के आंख-नाक-कान हैं। विभागीय अधिकारियों का दायित्व है कि वे सकारात्मक व रचनात्मक सोच के साथ जनसम्पर्क के दायित्वों का निर्वहन करें और आमजन का जीवन बेहतर बनाने में योगदान दें। उन्होंने आर.जे.एच.एस., पत्रकारों के अधिस्वीकरण सहित अन्य विषयों पर भी समीक्षा की और पत्रकार कल्याण के कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर उन्होंने मुख्यालय स्थित विभिन्न शाखाओं यथा विज्ञापन शाखा, क्षेत्र प्रचार शाखा, इलेक्ट्रोनिक मीडिया शाखा, समाचार शाखा, सोशल मीडिया शाखा, प्रकाशन शाखा, छायाचित्र शाखा, शोध एवं संदर्भ शाखा एवं राजस्थान संवाद सहित सम्पूर्ण विभागीय परिसर का दौरा किया और इन कार्यों में संपादित किए जाने वाले कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने आश्वस्त किया कि सभी शाखाओं में काम-काज को और बेहतर बनाने के लिए जरूरी संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) अरविंद सारस्वत, अतिरिक्त निदेशक (सूजस) नर्बदा इंदौरिया, वित्तीय सलाहकार वीरेंद्र सिंह, संयुक्त निदेशक (प्रशासन) मनमोहन हर्ष, संयुक्त निदेशक (पीआरबी) शिप्रा भटनागर, उप निदेशक (सोशल मीडिया) विजय खंडेलवाल, उप निदेशक (इलेक्ट्रोनिक मीडिया) तरुण जैन, उप निदेशक (संवाद) ओटाराम चौधरी, उप निदेशक (पत्रकार शाखा) अजय कुमार, मुख्य फोटो अधिकारी छोटू लाल जीनगर सहित विभागीय के अन्य अधिकारी व कार्मिक उपस्थित थे।