प्रकाश कुंज । फगवाड़ा सांसद डॉ. राज कुमार चब्बेवाल ने बुधवार को समावेशी डिजिटल विकास के प्रमुख वाहक के रूप में दूरसंचार अवसंरचना को मज़बूत करने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने 4जी नेटवर्क सेवाओं के विस्तार और इंटरनेट कनेक्टिविटी में सुधार के लिए बीएसएनएल के निरंतर प्रयासों की सराहना की है। डॉ. चब्बेवाल ने
प्रकाश कुंज । फगवाड़ा सांसद डॉ. राज कुमार चब्बेवाल ने बुधवार को समावेशी डिजिटल विकास के प्रमुख वाहक के रूप में दूरसंचार अवसंरचना को मज़बूत करने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने 4जी नेटवर्क सेवाओं के विस्तार और इंटरनेट कनेक्टिविटी में सुधार के लिए बीएसएनएल के निरंतर प्रयासों की सराहना की है।
डॉ. चब्बेवाल ने कहा, “ बीएसएनएल का मोबाइल फोन कवरेज और डेटा स्पीड बढ़ाने में उल्लेखनीय प्रगति देखना उत्साहजनक है। 2023 से दो प्रमुख परियोजनाओं के तहत शुरू की गयी पहलों ने न केवल बेहतर सेवा वितरण में योगदान दिया है, बल्कि संगठन को पर्याप्त वित्तीय लाभ भी पहुंचाया है। ”
उन्होंने बताया कि बीएसएनएल का शुद्ध लाभ पिछले वर्ष के 12 लाख रुपये से बढ़कर इस वर्ष लगभग 6.61 करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय 4जी सेवाओं के विस्तार, बेहतर परिचालन दक्षता और लागत अनुकूलन को दिया। उन्होंने प्रोजेक्ट 9.2 के बारे में विस्तार से बताया, जो 243 मौजूदा बीटीएस साइटों पर 700 मेगाहर्ट्ज बैंड स्थापित करके 4जी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर केंद्रित है। इस अपग्रेड के कारण दैनिक 4जी डेटा डाउनलोड में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो अब औसतन 11 टेराबाइट से अधिक है।
डॉ चब्बेवाल ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में, बीएसएनएल कवरेज को व्यापक बनाने और निरंतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए 42 अतिरिक्त 4जी साइटें स्थापित करने की योजना बना रहा है। 4जी संतृप्ति परियोजना पर चर्चा करते हुये, डॉ. चब्बेवाल ने बताया कि बीएसएनएल उन क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी लाकर डिजिटल खाई को पाटने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है, जहां पहले कोई दूरसंचार सेवायें उपलब्ध नहीं थीं। इस पहल के तहत नियोजित 36 नये बीटीएस केंद्रों में से 31 पहले से ही चालू हैं, और शेष पांच पर काम प्रगति पर है।
उन्होंने कहा, “ इन दूरदराज के गांवों में मोबाइल फोन और इंटरनेट की सुविधा शुरू करना सामाजिक और डिजिटल समावेशन की दिशा में एक सार्थक कदम है। ”
बीएसएनएल की तकनीकी टीमों के समर्पण की सराहना करते हुये, उन्होंने कहा, “ सीमित संसाधनों के बावजूद, टीमों ने सराहनीय तकनीकी क्षमता और प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है। उनके प्रयासों ने ग्रामीण समुदायों को तेज़ और विश्वसनीय इंटरनेट तक पहुंच प्रदान करके सशक्त बनाया है, जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, ई-गवर्नेंस और उद्यमिता जैसे क्षेत्रों को बढ़ावा मिला है। ”
डॉ. चब्बेवाल ने बताया कि क्षेत्र में दूरसंचार सेवाओं के कार्यान्वयन पर निरंतर संवाद बनाये रखने और निगरानी के लिए एक नयी सलाहकार समिति का गठन किया गया है। उन्होंने बीएसएनएल के मिशन के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुये कहा कि डिजिटल कनेक्टिविटी का लाभ प्रत्येक नागरिक तक आसानी से पहुंचना चाहिए।