प्रकाश कुंज । मुजफ्फरनगर जिले के छपार क्षेत्र में उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सोमवार को एक सशस्त्र मुठभेड़ के बाद संजीव जीवा गैंग के शार्प शूटर शाहरुख पठान को मार गिराया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मारा गया बदमाश मुख्तार अंसारी गैंग के लिए भी काम कर चुका है। हत्या
प्रकाश कुंज । मुजफ्फरनगर जिले के छपार क्षेत्र में उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सोमवार को एक सशस्त्र मुठभेड़ के बाद संजीव जीवा गैंग के शार्प शूटर शाहरुख पठान को मार गिराया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मारा गया बदमाश मुख्तार अंसारी गैंग के लिए भी काम कर चुका है। हत्या और रंगदारी के आधा दर्जन से अधिक मामलों में वांछित बदमाश को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। करीब छह माह पहले जमानत पर आने के बाद इस पर हत्या के मुकदमों के गवाही देने वालो को धमकाने और जान से मारने का प्रयास का मुकदमा संभल में पंजीकृत गया था जिसमे यह वांछित चल रहा था।
आज तड़के एक सूचना के आधार पर एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ ने कार सवार बदमाश को छपार क्षेत्र में घेर लिया और उसे आत्मसमर्पण करने को कहा जिस पर बदमाश ने फायरिंग करते हुये भागने का प्रयास किया। एसटीएफ की जवाबी कार्रवाई में बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उन्होने बताया कि मारे गये बदमाश के कब्जे से 30 एमएम पिस्टल बरेटा, 32 एमएम रिवाल्वर,9 एमएम देशी पिस्टल के अलावा बड़ी संख्या में कारतूस बरामद किये गये हैं।
सूत्रों के अनुसार मुजफ्फरनगर के खलापार निवासी शाहरुख पठान ने वर्ष 2015 में मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर पुलिस कस्टडी में आसिफ जायदा नामक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। जेल में रहने के दौरान वह संजीव जीवा और मुख्तार अंसारी के संपर्क में आ गया और संजीव जीवा के लिए काम करने लगा। कुछ दिन जेल में रहने के बाद वह सिविल लाइन क्षेत्र से फरार हो गया। फरारी के दौरान जीवा के कहने पर शातिर ने 2017 में हरिद्वार में कंबल व्यापारी गोल्डी की हत्या कर दी थी जबकि आसिफ जायदा मर्डर केस के गवाह मृतक के पिता की इसने कोतवाली मुजफ्फरनगर में हत्या कर दी थी। इस हत्या के बाद इस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इसके बाद यह गिरफ्तार होकर जेल चला गया था। गोल्डी मर्डर केस में संजीव जीवा को उम्र क़ैद की सजा हुयी थी और वर्तमान में जमानत पर चल रहा था ।