एक ट्रिप का 10 हजार लेती थी, गुजरात जाते समय बैग में मिली नशे की खेप प्रकाश कुंज । बाड़मेर की इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर भंवरी देवी (27) उर्फ भाविका को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके पास से 2 पैकेट में 152 ग्राम MD ड्रग्स मिली है। नशे की यह खेप भाविका गुजरात (ऊंझा, मेहसाणा) ले
एक ट्रिप का 10 हजार लेती थी, गुजरात जाते समय बैग में मिली नशे की खेप
प्रकाश कुंज । बाड़मेर की इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर भंवरी देवी (27) उर्फ भाविका को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके पास से 2 पैकेट में 152 ग्राम MD ड्रग्स मिली है। नशे की यह खेप भाविका गुजरात (ऊंझा, मेहसाणा) ले जा रही थी। एक ट्रिप का वह 10 हजार रुपए चार्ज करती थी। बाड़मेर पुलिस की सूचना पर सांचौर (जालोर) पुलिस ने नाकाबंदी कर देविका को पकड़ लिया।
उधर, इंस्टाग्राम पर भंवरी के 86 हजार फॉलोअर्स हैं। पुलिस ने जब भंवरी को पकड़ा तो उसने अपने कई रिश्तेदारों और परिचितों को फोन किया, लेकिन किसी ने रिस्पॉन्स नहीं दिया।
जैसलमेर से गुजरात जाने वाली रोडवेज बस में बैठी थी चितलवाना (सांचौर) थाना SHO बलदेवराम ने बताया- भंवरी देवी बाड़मेर के सदर थाना इलाके के महाबार क्षेत्र के वांकलपुरा गांव की रहने वाली है। बाड़मेर की ड्रग स्टॉकिस्ट चनणी देवी ने उसे दो पैकेट में MD ड्रग्स पाउडर दिया था। उसे लेकर वह रविवार (13 जुलाई) दोपहर 12 बजे बाड़मेर बस स्टैंड से जैसलमेर से गुजरात (ऊंझा, मेहसाणा) जाने वाली बस में सवार हुई थी।
इसी बीच ड्रग सप्लायर के बारे में बाड़मेर पुलिस को इनपुट मिला। बाड़मेर पुलिस ने जिले की रामजी की गोल चौकी को सूचना दी। तब तक वहां से बस निकल चुकी थी। इसके बाद पुलिस ने हमें (चितलवाना थाना पुलिस) सूचना दी।
नाकाबंदी कर बस को रोका
चितलवाना SHO बलदेवराम के अनुसार, दोपहर 2.30 बजे (सांचौर, जालोर) में नेशनल हाईवे 68 पर सिवाड़ा पुलिस चौकी के पास नाकाबंदी कर बस को रुकवाया।
भंवरी की तलाशी ली गई। उसके पास से ड्रग्स के दो पैकेट बरामद हो गए। उसे हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ के बाद रात 9 बजे गिरफ्तार कर लिया गया। जब्त MD ड्रग्स (मिफीड्रोन) की मार्केट वैल्यू 5 लाख रुपए बताई है। भंवरी का पति टीलाराम ऊंझा (गुजरात) में ठेकेदारी करता है।
माल सप्लाई के लिए सिर्फ लोकेशन दी जाती थी
SHO बलदेवराम की मानें तो भाविका (भंवरी) से जानकारी मिली कि वह करीब 1 साल से ड्रग्स सप्लाई कर रही है। एक ट्रिप का उसे 10 हजार रुपए मिलता है। अधिक जानकारी के लिए पूछताछ लगातार जारी है।
स्टॉकिस्ट चनणी देवी उसे माल के बारे में कुछ नहीं बताती थी। उसे सिर्फ लोकेशन दी जाती थी, जहां उसे माल सप्लाई करना होता था। यह जानकारी भी गुजरात पहुंचने के बाद दी जाती थी कि माल को किसे सौंपना है।