जयपुर । वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के गांव बीचगांवा पहुंचकर बुधवार प्रातः कावड़ यात्रा के दौरान हुई विद्युत दुर्घटना में मृतक व घायलों के परिजनों से मुलाकात की । उन्होंने मृतकों के परिजन को सांत्वना देकर ढांढस बंधाया तथा चिकित्सालय में भर्ती घायलों से मिलकर उनकी कुशलक्षेप पूछी
जयपुर । वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के गांव बीचगांवा पहुंचकर बुधवार प्रातः कावड़ यात्रा के दौरान हुई विद्युत दुर्घटना में मृतक व घायलों के परिजनों से मुलाकात की । उन्होंने मृतकों के परिजन को सांत्वना देकर ढांढस बंधाया तथा चिकित्सालय में भर्ती घायलों से मिलकर उनकी कुशलक्षेप पूछी तथा चिकित्सा प्रभारी अधिकारी को घायलों का मुस्तैदी से बेहतर उपचार करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला कलक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी मौके पर मौजूद रहे ।
शर्मा ने परिजनों एवं ग्रामीणों से बातचीत कर कहा कि राज्य सरकार इस दुःखद घटना पर मृतकों एवं घायलों के परिजनों के साथ खडी है । उन्होंने जिला सामान्य चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गढी सवाईराम में भर्ती घायलों से मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछकर चिकित्सा प्रभारी अधिकारियों को बेहतर उपचार करने के निर्देश दिये ।
मुख्यमंत्री ने दिखाई संवेदनशीलता-
वन राज्यमंत्री शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस दुःखद दुर्घटना का पता लगते ही मुझे तुरन्त मौके पर जाने के लिए निर्देशित किया। उस समय मैं सचिवालय में स्टेट वेटलेण्ड अथॉरिटी की बैठक ले रहा था। मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर मैं तुरन्त वहां से रवाना हुआ। साथ ही, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दुर्घटना पर शोक संवेदना व्यक्त कर ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान देने तथा घायलों को शीघ्रातिशीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने की कामना की है ।
जिला कलक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला ने बताया कि इस विद्युत दुर्घटना में दो मृतक गोपाल पुत्र लालाराम प्रजापत एवं सुरेश पुत्र कजौडी प्रजापत के परिजनों को मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना (मां योजना) के तहत 5-5 लाख रूपये एवं जयपुर विद्युत वितरण निगम लि. द्वारा 5-5 लाख रूपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी । घायलों को भी मां योजना के तहत नियमानुसार आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी । उन्होंने बताया कि घटना के लिए कनिष्ठ अभियन्ता दिनेश सिंह जाट एवं तकनीकी सहायक तृतीय सोनू की प्रथम दृष्टया लापरवाही पाये जानेे पर इन दोनों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया है । साथ ही, विस्तृत जांच में जो भी अन्य कार्मिक दोषी पाये जाएंगे, उसके विरूद्ध भी कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी ।