जयपुर । अलवर जिला प्रभारी मंत्री तथा कृषि एवं उद्यानिकी मंत्री डॉ. किरोडी लाल मीणा ने आज कलक्ट्रेट सभागार में पत्रकार वार्ता कर जिले में राज्य सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल में महत्वपूर्ण उपलब्धियों, हरियालो राजस्थान अभियान, वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा में अर्जित प्रगति की
जयपुर । अलवर जिला प्रभारी मंत्री तथा कृषि एवं उद्यानिकी मंत्री डॉ. किरोडी लाल मीणा ने आज कलक्ट्रेट सभागार में पत्रकार वार्ता कर जिले में राज्य सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल में महत्वपूर्ण उपलब्धियों, हरियालो राजस्थान अभियान, वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा में अर्जित प्रगति की विस्तार से चर्चा की ।
राज्य सरकार की प्रमुख उपलब्धियां—
उन्होंने बताया कि रामजल सेतु लिंक परियोजना (संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना) हेतु जनवरी 2024 में एमओयू एवं दिसम्बर 2024 में एमओए हस्ताक्षरित किए गए, 12 हजार करोड रूपये के कार्यादेश जारी किए गए, ताजेवाला हैड, हरियाणा से आवंटित यमुना जल के उपयोग हेतु एमओयू, डीपीआर बनाने का कार्य प्रगतिरत है, राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में 35 लाख करोड रूपये के एमओयू किए, 4 लाख करोड रूपये से अधिक के निवेश पर कार्य प्रारंभ किए गए, विद्युत उत्पादन क्षमता में 4270 मेगावाट की वृद्धि की गई, 400 केवी के 2220 केवी के 2 एवं 132 केवी के 26 जीएसएस स्थापित किए गए, 22 जिलों में किसानों को दिन में बिजली दी जानी प्रारम्भ किया गया, पीएम कुसुम के तहत 1500 मेगावाट के संयंत्र कार्यशील, 1.50 लाख कृषि कनेक्शन जारी किए गए, सडकों हेतु 21650 करोड रूपये व्यय कर 30381 किमी सडकों का विकास किया गया, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान के तहत गत वर्षाकाल में 7.22 करोड पौधे रोपित किए गए, खाद्य सुरक्षा योजनान्तर्गत 22 लाख अपात्र लोगों के नाम हटाए गए, 50.46 लाख पात्र लोगों के नाम जोडे गए, किसान सम्मान निधि के तहत 76 लाख किसानों को 6845 करोड रूपये की राशि हस्तांतरित की गई, 34575 करोड रूपये के अल्पकालीन ब्याज मुक्त फसली ऋण वितरित किए गए, मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना तथा मा वाउचर योजना का क्रियान्वयन किया गया, लाडो प्रोत्साहन योजना प्रारम्भ, 12 मार्च 2025 से देय 1 लाख रूपये की राशि बढाकर 1.50 लाख रूपये किए गए, श्री अन्नपूर्णा रसोईयों में मोटा अनाज शामिल, राजकीय अनुदान राशि 17 रूपये से बढाकर 22 रूपये प्रति भोजन थाली की गई, आरटीई के तहत 2 लाख से अधिक नव प्रवेशित विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया तथा निजी विद्यालयों को 907 करोड रूपये फीस का पुनर्भरण, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में 8.72 लाख महिलाएं लाभांवित तथा देय राशि 5 हजार रूपये से बढाकर 6500 रूपये, 10.51 लाख साइकिलों का स्कूली छात्राओं को वितरण, 17 लाख महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया तथा 9.24 लाख महिलाएं लखपति दीदी बनाई गई ।
इसी प्रकार 76 हजार से अधिक पदों पर नियुक्तियां प्रदान की गई, विभिन्न संवर्गों के 1.88 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है, 3 लाख से अधिक युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया गया, 37 नवीन राजकीय महाविद्यालयों की स्थापना, कालीबाई भील मेधावी छात्रा एवं देवनारायण स्कूटी योजना के अंतर्गत 32 हजार 907 स्कूटियों का वितरण किया गया, वर्ष 2024-25 में 125 रूपये बोनस तथा वर्ष 2025-26 में 150 रूपये बोनस पर गेहूं खरीद की गई, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत 3764 करोड रूपये के बीमा क्लेम वितरित किए गए, एक लाख रूपये तक ब्याज मुक्त ऋण के लिए राजस्थान सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड ऋण योजना प्रारम्भ की गई, मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना के तहत 8.95 लाख पशुपालकों के 20.30 लाख पशुओं का पंजीकरण कर 6.67 लाख पॉलिसी जारी की गई, जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत 12.69 लाख परिवारों को नल से जल आपूर्ति कराई गई, 3 हजार नए नलकूप तथा 4819 नये हैण्डपम्प स्थापित किए गए तथा 3.67 लाख खराब पाए गए हैण्डपम्प पुनः चालू किए गए, राजस्व न्यायालयों द्वारा 2.88 लाख परिवादों का निस्तारण किया गया, 8562 चिकित्सा संस्थानों का आयुष्मान आरोग्य मंदिर के रूप में परिवर्तन किया गया, 536 मोबाइल वेटनरी यूनिट के माध्यम से 48 लाख पशुओं का उपचार कर 11.50 लाख पशुपालकों को लाभांवित कराया गया तथा 16 नवीन नीतियों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में निवेश प्रोत्साहन किया गया ।
राज्य सरकार का डेढ साल का कार्यकाल रहा बेमिसाल—
उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार द्वारा अपने डेढ वर्ष के कार्यालय में द्वारा जिले में सडकों के निर्माण पर 219 करोड रूपये व्यय किए गए, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 389.99 करोड रूपये व्यय किए गए । वर्तमान सरकार द्वारा राजीविका के स्वयं सहायता समूहों को बैंक के माध्यम से 3972.10 लाख रूपये का ऋण वितरण किया गया, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 2533.52 लाख रूपये का ऋण वितरित किया गया । वर्तमान सरकार द्वारा केंद्रीय सहकारी बैंकों द्वारा 930.94 करोड रूपये का अल्पकालीन ऋण दिया गया, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 1787.34 करोड रूपये का ऋण दिया। वर्तमान सरकार द्वारा स्वास्थ्य बीमा योजना में 98274 लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं से लाभांवित करवाया गया, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 209344 लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की गई । वर्तमान सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना अंतर्गत जिले के 1449 लोगों को तीर्थ यात्रा करवाई गई, विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 2928 लोगों को तीर्थ यात्रा करवाई गई। वर्तमान सरकार द्वारा जिले में फार्म पौण्ड (खेत तलाई) योजना में 182 फार्म पौण्ड की स्वीकृति दी गई है, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 247 फार्म पौण्ड की स्वीकृति दी गई । वर्तमान सरकार द्वारा खेतों पर तारबंदी योजना के अंतर्गत 3.97 लाख मीटर तार बंदी कार्य किया गया है, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 1.13 लाख मीटर तारबंदी कार्य किया गया । वर्तमान सरकार द्वारा कृषकों को पाइपलाइन के अंतर्गत 164 कार्य किए गए है, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 743 कार्य किए गए । वर्तमान सरकार द्वारा महिला कृषकों को निःशुल्क बीज प्रदान करने के लिए 1.29 लाख मिनीकिट का वितरण किया गया, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 1.52 लाख मिनीकिट का वितरण किया । वर्तमान सरकार द्वारा कुसुम योजना ए के तहत 3 एलओए किए गए तथा कुसुम योजना सी के तहत 10 एलओए किए गए, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में कुसुम योजना ए व सी के तहत शून्य एलओए किए गए। वर्तमान सरकार द्वारा कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना के तहत 918 स्कूटियों का वितरण किया गया, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 907 स्कूटी वितरित की गई । वर्तमान सरकार द्वारा देवनारायण छात्रा स्कूटी वितरण योजना के तहत 183 बालिकाओं को स्कूटी वितरित की गई, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 399 स्कूटी वितरित की गई । वर्तमान सरकार द्वारा स्कूली विद्यार्थियों को 10240 साइकिल का वितरण किया गया, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 75510 साइकिल वितरित की गई। वर्तमान सरकार द्वारा स्कूली विद्यार्थियों को 815 टेबलेट व लैपटॉप का वितरण किया गया, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 3330 टेबलेट व लैपटॉप का वितरण किया । वर्तमान सरकार द्वारा युवाओं में उद्यमिता विकसित करने के लिए 16513 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया गया, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 9944 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया । वर्तमान सरकार द्वारा स्वामित्व कार्ड वितरण योजना के तहत 3903 स्वामित्व कार्ड वितरित किए गए, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में शून्य कार्ड वितरित किए । वर्तमान सरकार द्वारा 262 सौर पम्प सेट की स्थापना की गई, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 334 सौर पम्प सेट लगाए । वर्तमान सरकार द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर 116 सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 377 कैमरे लगाए । वर्तमान सरकार द्वारा 9 गांवों को सडकों से जोडा गया, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 6 गांवों को सडकों से जोडा । वर्तमान सरकार द्वारा मिसिंग लिंक सडकों के 47.68 किमी निर्माण कार्य किये गए, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 238.82 किमी के कार्य किए गए । वर्तमान सरकार द्वारा नवीन राजस्व ग्रामों के सृजन के तहत 1 राजस्व ग्राम का सृजन किया गया, वहीं विगत सरकार द्वारा 5 वर्ष में 22 राजस्व ग्रामों का सृजन किया गया ।
हरियालो राजस्थान अभियान बना जनआंदोलन, जिले में 30 लाख पौधारोपण का लक्ष्य—
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम‘ अभियान से प्रेरणा लेते हुए राज्य सरकार ने ‘हरियालो राजस्थान’ महाअभियान शुरू किया है। पिछले मानसून में 7 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं और इस वर्ष 10 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । इस अभियान को डिजिटल रूप से ट्रैक करने के लिए ‘हरियालो राजस्थान’ मोबाइल ऐप भी विकसित किया गया है । जिला स्तर पर विभागीय अधिकारी हरियाली तीज पर लगाए जाने वाले 10 लाख पौधे व अभियान के तहत लगाए जाने वाले शेष पौधारोपण कराने के साथ-साथ खुदवाए गए गड्ढे व लगाए गए पौधे की जियो टैगिंग कराकर हरियालो राजस्थान के एप पर फोटो अपलोड करेंगे । इसी कड़ी में हरियालो राजस्थान अभियान के तहत जिलेभर में 30 लाख पौधें लगाए जाने का लक्ष्य हैं तथा जिले में हरियाली तीज के सुअवसर पर 27 जुलाई को एक दिन में वृहद स्तर पर 10 लाख पौधे लगाए जाएंगे ।
वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान—
उन्होंने बताया कि 5 जून से 20 जून तक चलाया गया ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान‘ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की जन-संवेदनशील पहल का जीवंत उदाहरण है । अभियान के दौरान राज्यभर में जल स्रोतों की साफ-सफाई, पूजन, जलाभिषेक और श्रमदान जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें मुख्यमंत्री स्वयं भी भागीदार बने । अभियान में जल को लेकर जन चेतना को एक सामाजिक आंदोलन का रूप मिला । जिले में आयोजित वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत विभिन्न विभागों द्वारा आमजन की सहभागिता से जल संरक्षण एवं पौधारोपण की 6869 गतिविधियां आयोजित कराई गई ।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाडा बना आमजन के संभल का आधार—
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दिशा-निर्देशन में सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए जिले में 24 जून से 9 जुलाई तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े के तहत में 291 शिविरों का आयोजन किया गया । अन्त्योदय पखवाडे के तहत आयोजित शिविरों में 18 विभागों के 75 व्यक्तिगत लाभ और सार्वजनिक विकास की योजनाओं और सेवाओं का पात्र लोगों को मौके पर ही लाभ दिया गया ।