जयपुर । प्रदेश में उन्नत कृषि तकनीकों के विस्तार, नवाचारों को बढ़ावा देने एवं प्रगतिशील कृषकों की प्रेरणादायक पहल का प्रत्यक्ष अवलोकन करने के उद्देश्य से कृषि एवं उद्यानिकी आयुक्त चिन्मयी गोपाल ने दो दिवसीय दौरे के दौरान चित्तौड़गढ़ में सीताफल उत्कृष्ट केंद्र एवं प्रगतिशील कृषकों के खेतों का दौरा किया । इस दौरान उन्होंने
जयपुर । प्रदेश में उन्नत कृषि तकनीकों के विस्तार, नवाचारों को बढ़ावा देने एवं प्रगतिशील कृषकों की प्रेरणादायक पहल का प्रत्यक्ष अवलोकन करने के उद्देश्य से कृषि एवं उद्यानिकी आयुक्त चिन्मयी गोपाल ने दो दिवसीय दौरे के दौरान चित्तौड़गढ़ में सीताफल उत्कृष्ट केंद्र एवं प्रगतिशील कृषकों के खेतों का दौरा किया । इस दौरान उन्होंने आधुनिक तकनीकों से की जा रही खेती, विविध फसलों के संयोजन और कृषि आधारित इकाइयों का गहन निरीक्षण कर प्रगतिशील कृषकों की सराहना की ।
चिन्मयी गोपाल ने सीताफल उत्कृष्टता केन्द्र में सीताफल बगीचा, शेडनेट हाउस, इन्सेक्टनेट हाउस, प्राईमरी नर्सरी एवं सीताफल प्रसंसकरण प्रयोगशाला का निरीक्षण किया । आयुक्त कृषि प्रसंस्कृत उत्पाद से बहुत प्रभावित हुई एवं इसको और सीताफल उत्पादक कृषकों को भी सीताफल प्रसंस्करण कर अधिक लाभ प्राप्त करने हेतु प्रशिक्षित करने हेतु निर्देशित किया ।
सुजाखेड़ा में, पालीहाउस व वर्मी कम्पोस्ट यूनिट, प्लास्टिंग लाईनिंग फार्म पौण्ड, सब्जी में मल्चिंग, सुपर नेपियर घास का निरीक्षण—
चिन्मयी गोपाल ने प्रगतिशील कृषक गोपाल लाल जाट के कृषि फार्म का दौरा कर फार्म में स्थापित नेटहाउस में उगाए जा रहे खीरा फसल, वर्मी कम्पोस्ट इकाई, फार्म पौण्ड, सब्जी में मल्चिंग और नेपियर घास का अवलोकन किया ।
आयुक्त कृषि एवं उद्यानिकी ने कृषक गोपाल लाल से सभी नवाचारों की विस्तार से चर्चा की एवं उनकी इस बहु-आयामी कृषि प्रणाली की प्रशंसा करते हुए निर्देश दिए कि ऐसे प्रयासों को अन्य कृषकों तक पहुंचाएं, जिससे वे भी नवीन तकनीकी खाती करके समृद्ध एवं आत्मनिर्भर बन सकें ।
चिकारड़ा ग्राम में गुलाब की खेती एवं गुलकन्द प्रोसेसिंग युनिट का किया अवलोकन-
चिन्मयी गोपाल ने चिकारड़ा ग्राम में प्रगतिशील कृषक रामेश्वर लाल खण्डेलवाल के गुलकन्द प्रोसेसिंग युनिट का अवलोकन किया, जिसमें खण्डेलवाल क्षैत्र के कृषकों से गुलाब क्रय कर उनकी प्रोसिंग कर गुलकन्द निर्माण, गुलाब जल, गुलाब का शरबत बनाते है । आयुक्त ने खण्डेलवाल के कार्य की सराहना करते हुए स्वंय का ब्राण्ड बनाकर विक्रय करने हेतु प्रेरित किया । ऐसे किसान प्रदेश में आधुनिक एवं लाभकारी खेती की मिसाल हैं, जिनके प्रयास अन्य किसानों को नई दिशा प्रदान कर सकते हैं । मोहन लाल खटीक निवासी भदेसर मधुमक्खी पालक भी अपने उत्पाद शहद लेकर उपस्थित हुआ ।
चिन्मयी गोपाल ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसे प्रगतिशील फार्मों का भ्रमण कार्यक्रम अन्य कृषकों के लिए आयोजित किया जाए ताकि मॉडल फार्मिंग की तकनीक, फसल विविधीकरण, जैविक उत्पादन और संसाधनों के स्मार्ट उपयोग की जानकारी अधिकाधिक कृषकों तक पहुंचे ।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और कृषि क्षेत्र को नवाचार आधारित उद्योग का रूप देने के लिए प्रतिबद्ध है, और इस दिशा में प्रगतिशील कृषकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है ।