-कमेटी सदस्य धर्मवीर के बैठक में शामिल होने पर कन्वीनर बिहाणी ने किया विरोध जयपुर.@प्रकाश कुंज: राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) की एडहॉक कमेटी की रविवार को जयपुर में हुई बैठक 5 मिनट बाद ही खत्म हो गई। बैठक में कमेटी सदस्य धर्मवीर सिंह के शामिल होने का कन्वीनर जयदीप बिहाणी ने विरोध किया। जब वे बैठक से बाहर नहीं गए तो बिहाणी ने बैठक बिना चर्चा के ही खत्म कर दी। विवाद धर्मवीर सिंह की सदस्यता को लेकर था। धर्मवीर सिंह पाली जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारी है। इसी के चलते उनको एडहॉक कमेटी का सदस्य बनाया था। पिछले दिनों कन्वीनर जयदीप बिहाणी ने पाली जिला क्रिकेट संघ के चुनाव में धांधली की शिकायत के बाद संघ की मान्यता को रद्द
-कमेटी सदस्य धर्मवीर के बैठक में शामिल होने पर कन्वीनर बिहाणी ने किया विरोध
जयपुर.@प्रकाश कुंज: राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) की एडहॉक कमेटी की रविवार को जयपुर में हुई बैठक 5 मिनट बाद ही खत्म हो गई। बैठक में कमेटी सदस्य धर्मवीर सिंह के शामिल होने का कन्वीनर जयदीप बिहाणी ने विरोध किया। जब वे बैठक से बाहर नहीं गए तो बिहाणी ने बैठक बिना चर्चा के ही खत्म कर दी।
विवाद धर्मवीर सिंह की सदस्यता को लेकर था। धर्मवीर सिंह पाली जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारी है। इसी के चलते उनको एडहॉक कमेटी का सदस्य बनाया था। पिछले दिनों कन्वीनर जयदीप बिहाणी ने पाली जिला क्रिकेट संघ के चुनाव में धांधली की शिकायत के बाद संघ की मान्यता को रद्द कर दिया था।
इसके बाद भी आज जब धर्मवीर सिंह यहां बैठक में शामिल होने पहुंचे तो बिहाणी ने विरोध जताया कि जब पाली संघ की मान्यता ही रद्द हो चुकी है तो आप किस हक से जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारी हुए। अब आप एडहॉक कमेटी के सदस्य नहीं रहे।
कांग्रेसी बताकर हमारा हरेसमेंट हो रहा : धर्मवीर
धर्मवीर ने बिहाणी पर आरोप लगाए कि वे धर्म के आधार पर टारगेट बनाकर क्रिकेट में राजनीति कर रहे हैं। धीरे-धीरे लोगों को हटा रहे हैं। मुझे वो केवल फोटो के आधार पर कांग्रेसी साबित करने में जुटे हैं। इस तरह वो हमारा हरेसमेंट कर रहे हैं। वे खुद कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े हैं। इस बार वो बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़कर एमएलए बन गए तो अपने को बीजेपी का बता रहे हैं।
5 दिन पहले रद्द की थी मान्यता
20 मई को बिहाणी ने पत्र जारी करके पाली जिला क्रिकेट संघ की मान्यता को रद्द किया था। पाली जिला क्रिकेट संघ के चुनाव और वित्तीय गड़बड़ियों के संबंध में जानकारी नहीं देने और जांच में सहयोग नहीं करने के चलते एडहॉक कमेटी ने मान्यता को रद्द किया था।
पाली संघ के चुनावों को सही नहीं बताया था
जयदीप बिहाणी ने पत्र में पाली संघ के चुनावों को सही नहीं बताया था। उन्होंने धर्मवीर सिंह पर पाली में गलत तरीके से चुनाव करवाने के आरोप लगाए थे। साथ ही धर्मवीर सिंह के खिलाफ आर्थिक अनियमितता को लेकर लिखित में शिकायत मिलने की भी बात कही थी। इन बातों को आधार मानकर बिहाणी ने पाली संघ की मान्यता को रद्द किया था।
गौरतलब है कि डीसीए पाली के सचिव धर्मवीर सिंह को नोटिस जारी किया गया था। वित्तीय अनियमितताओं और चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए नोटिस दिया और जरूरी दस्तावेजों के साथ रिकॉर्ड मांगा गया था।
इस पर धर्मवीर सिंह ने दो दिन पहले ही नोटिस का जवाब देते हुए बताया था- आरसीए कन्वीनर की ओर से ऊउअ पाली से साल 2005 से आय-व्यय का ब्यौरा मांगा गया, जबकि पाली में ऊउअ का रजिस्ट्रेशन ही साल 2008 में हुआ। ऐसे में साल 2005 से जो सूचना मांगी गई, वह किस आधार पर दी जा सकती है।
इसके साथ ही जिला क्रिकेट संघ पाली, जोधपुर और बीकानेर ने लिखित में राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद से शिकायत भी की थी। इसमें बताया कि समिति के कन्वीनर जयदीप बिहाणी पिछले 2 महीने से नोटिस देने का ही काम कर रहे हैं।