जयपुर । शिक्षा एवं पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर ने वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय में गुरुवार को कुलगुरु सचिवालय एवं प्रशासनिक खंड का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वदेशी उत्पाद अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि भारत हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत सिद्ध कर रहा है । रक्षा उपकरणों से लेकर दैनिक जरूरत
जयपुर । शिक्षा एवं पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर ने वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय में गुरुवार को कुलगुरु सचिवालय एवं प्रशासनिक खंड का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वदेशी उत्पाद अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि भारत हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत सिद्ध कर रहा है । रक्षा उपकरणों से लेकर दैनिक जरूरत के उत्पाद बनाने में हम सक्षम है फिर हम विदेशी उत्पादों को क्यों अपना रहे हैं । उन्होंने कहा कि विदेशी वस्तुओं का उपयोग करने से हम अपने देश को आर्थिक हानि पहुंचा रहे हैं । इससे हमारे कामगारों को रोजगार नहीं मिल पाता। इस तरह हम देश का नुकसान कर रहे हैं । हम सबको इस दिशा में चिंतन करते हुए स्वदेशी को अपनाना होगा । उन्होंने आह्वान किया कि भारत माता के सम्मान के लिए हम स्वदेशी अपनाकर अपने देश को मजबूत बनाने में सहयोगी बनें । साथ ही बढ़ते तापमान के कारण धरती की पीड़ा को कम करने के लिए उन्होंने आधिकाधिक पौधारोपण का आह्वान किया । उन्होंने पॉलिथीन का उपयोग नहीं करने और गौ माता के संरक्षण का भी आह्वान किया ।
शिक्षा मंत्री ने महाविद्यालय की गतिविधियों और उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि कुलगुरु कैलाश सोडाणी की प्रेरणा से विश्वविद्यालय सफलता के शिखर छू रहा है।
कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों का भी पोषण कर रहा है । उन्होंने कहा शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो ज्ञान के साथ-साथ देश प्रेम के भाव भी जागृत करे ।
कुलगुरु प्रो. कैलाश सोडाणी ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला । उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में महिलाओं के लिए निशुल्क शिक्षा दी जा रही है।इसी तरह यदि छात्रों को भी निशुल्क शिक्षा की सुविधा मिले तो यह विश्वविद्यालय शिक्षा के प्रसार में नई ऊंचाइयां छू लेगा । सरकार पर भी कॉलेज खोलने का भार कम हो सकेगा । उन्होंने बताया कि 6 करोड़ 20 लाख की लागत से कुलगुरु सचिवालय एवं प्रशासनिक खंड अशोका नाम पर किया जा रहा है । इस निर्माण के लिए शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया गया। शोध पत्रों के संकलन की पुस्तिका का भी विमोचन किया गया ।