प्रकाश कुंज । जम्मू भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव धीरे-धीरे सामान्य होने और सीमा पर गोलाबारी बंद होने पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आगामी तीन जुलाई से शुरू होकर 09 अगस्त तक चलने वाली श्री अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के स्वागत की तैयारी शुरू कर दी है और अब तक पूरे देश से 3.5
प्रकाश कुंज । जम्मू भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव धीरे-धीरे सामान्य होने और सीमा पर गोलाबारी बंद होने पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आगामी तीन जुलाई से शुरू होकर 09 अगस्त तक चलने वाली श्री अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के स्वागत की तैयारी शुरू कर दी है और अब तक पूरे देश से 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है।
प्रशासन ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू में 2000 तीर्थयात्रियों की क्षमता वाले यात्री निवास का कायाकल्प किया जाएगा और जून के मध्य तक यह यात्रियों के लिए पूर्ण रूप से तैयार हो जाएगा।
आधिकारियों ने कहा, “सीमाओं पर स्थिति शांतिपूर्ण है और सामान्य स्थिति बहाल हो गयी है।” उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही भगवती नगर स्थित यात्री निवास में मरम्मत का काम शुरू हो जाएगा, जो जम्मू में श्री अमरनाथ यात्रा का आधार शिविर है और 20 जून तक पर्यटन विभाग को सौंप दी जाएगी।
उन्होंने कहा, “जम्मू यात्री निवास से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था दो जुलाई को पारंपरिक मार्ग पहलगाम और बालटाल मार्ग से श्री अमरनाथ के लिए रवाना होगा।”
उन्होंने कहा कि अब तक देश भर से साढ़े तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए 14 अप्रैल से ऑनलाइन पंजीकरण कराया है।
उन्होंने कहा, “श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है और सभी चुनौतियों के बावजूद वे यात्रा के दौरान गुफा मंदिर में जाने के लिए तैयार हैं।” संभागीय और जिला स्तर पर प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों को यात्रा की तैयारियों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
अधिकारियों ने कहा, “श्रद्धालुओं को जम्मू-कश्मीर-पंजाब सीमा के लखनपुर में प्रवेश द्वार से लेकर श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा तक उनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए सभी सुविधाएं मिलेंगी। यात्री निवास के कायाकल्प का काम जम्मू-कश्मीर लोक निर्माण विभाग को आवंटित किया गया है और मरम्मत बहुत जल्द शुरू होगी, क्योंकि भारत-पाकिस्तान तनाव के बाद ड्यूटी पर तैनात अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों के ठहरने के लिए आवास की व्यवस्था की जा रही है।“
जम्मू के पर्यटन निदेशक विकास गुप्ता ने आज यात्री निवास का व्यापक निरीक्षण किया और तीर्थयात्रियों की सुचारू सुविधा के लिए तैयारियों और बुनियादी ढांचे की व्यवस्था का आकलन किया। उनके साथ जम्मू के पर्यटन संयुक्त निदेशक एजाज कैसर भी उपस्थित रहे।
गुप्ता ने आवास, स्वच्छता, निर्बाध बिजली आपूर्ति, पीने योग्य पानी की उपलब्धता, स्वच्छता मानकों और परिसर के समग्र प्रबंधन सहित प्रमुख सुविधाओं की समीक्षा की। यात्रा का उद्देश्य विभागों के बीच निर्बाध समन्वय सुनिश्चित करना और यात्रा से पहले सभी आवश्यक कार्यों को समय पर पूरा करना था। उन्होंने यात्रियों के लिए सुरक्षित, आरामदायक और सुव्यवस्थित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए गुणवत्ता, स्वच्छता और समन्वय के उच्च मानकों को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।
निदेशक ने पर्यटन विभाग की प्रतिबद्धता दोहराई कि श्री अमरनाथ यात्रा के सुचारू और सफल संचालन के लिए सभी संबंधित विभागों के साथ निकट समन्वय में सभी आवश्यक बुनियादी ढांचे, सेवाओं और रसद को पहले से ही स्थापित किया जाए।
इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि बुनियादी ढांचे की व्यवस्था और सुविधाओं के अलावा, यात्री निवास में आने वाले तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जाएगा, जिसके लिए जम्मू-कश्मीर स्वास्थ्य विभाग की एक टीम रोस्टर के आधार पर चौबीसों घंटे तैनात रहेगी।
इस बीच उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के बाहर के तीर्थयात्री विभिन्न दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के पोस्टपेड नंबरों की सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से देश के बाकी हिस्सों के प्रीपेड सिम कार्ड जम्मू-कश्मीर में काम नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हर साल की तरह इस बार भी दूरसंचार ऑपरेटरों से यात्रा प्रीपेड सिम कार्ड सेवा उपलब्ध होगी। श्रद्धालुओं को पंजीकरण, जम्मू के दर्शनीय स्थलों की यात्रा आदि सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिलेंगी।”
अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सड़क परिवहन निगम द्वारा यात्री निवास में दो काउंटर भी स्थापित किए जाएंगे। यात्री निवास में लगभग 120 मोबाइल शौचालय भी स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा, “दो मंजिला यात्री निवास में 2000 तीर्थयात्रियों को समायोजित करने की क्षमता है और इसके अलावा, भारी भीड़ की स्थिति में लगभग 200 तीर्थयात्रियों को समायोजित करने के लिए प्रांगण में एक पूर्वनिर्मित शेड भी बनाया गया है।”