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विश्व जनसंख्या दिवस पर राज्य स्तरीय सम्मान समारोह— विकसित राष्ट्र की परिकल्पना साकार करने के लिए जनसंख्या नियंत्रण बेहद जरूरी — चिकित्सा मंत्री, परिवार कल्याण के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए संस्थाओं एवं कार्मिकों को किया गया सम्मानित

विश्व जनसंख्या दिवस पर राज्य स्तरीय सम्मान समारोह— विकसित राष्ट्र की परिकल्पना साकार करने के लिए जनसंख्या नियंत्रण बेहद जरूरी — चिकित्सा मंत्री, परिवार कल्याण के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए संस्थाओं एवं कार्मिकों को किया गया सम्मानित

जयपुर । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री  गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस जनसंख्या नियंत्रण के साथ ही मातृत्व का सम्मान करने और समाज को सुरक्षित एवं स्वस्थ मातृत्व की दिशा में जागरूक करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि विकसित राष्ट्र की परिकल्पना साकार करने में जनसंख्या नियंत्रण की अहम भूमिका  है।

जयपुर । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री  गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस जनसंख्या नियंत्रण के साथ ही मातृत्व का सम्मान करने और समाज को सुरक्षित एवं स्वस्थ मातृत्व की दिशा में जागरूक करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि विकसित राष्ट्र की परिकल्पना साकार करने में जनसंख्या नियंत्रण की अहम भूमिका  है।
चिकित्सा मंत्री शुक्रवार को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर राजस्थान इंटरनेशनल सेन्टर के सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के कारण प्रकृति का संतुलन निरन्तर बिगड़ता जा रहा है। जनसंख्या वृद्धि से प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता कम हो रही है। इसी का परिणाम है कि पिछले कुछ वर्षों में प्राकृतिक आपदाएं तेजी से बढ़ी हैं। सभी के साझा प्रयासों से जनसंख्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
खींवसर ने कहा कि संस्थागत प्रसव, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर, टीकाकरण, चिकित्सा संस्थानों की उपलब्धता सहित कई ऐसे मानक हैं, जिनमें राजस्थान का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। उन्होंने कहा कि परिवार कल्याण के क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दृष्टि से मा वाउचर योजना प्रारम्भ की गई है। योजना के लागू होने से गर्भस्थ शिशु एवं गर्भावस्था में गर्भवती महिला की समुचित देखभाल हो रही है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना का दायरा इतना विस्तृत किया गया है कि उपचार की कोई विधा और कोई तबका इससे नहीं छूटे। योजना को और प्रभावी बनाने के लिए इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी भी शुरू की गई है, ताकि प्रदेश के लोग दूसरे राज्यों में जाकर और दूसरे राज्यों के लोग राजस्थान आकर उपचार करा सकें। योजना से प्रतिदिन करीब 8 हजार मरीजों को 9 करोड़ से अधिक राशि का उपचार मिल रहा है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि चिकित्सा विभाग ने डेढ़ साल के अल्प समय में ही 24 हजार से अधिक पदों पर भर्तियां कर दी हैं, इससे दूर-दराज के क्षेत्रों में भी पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध हो रहा है और स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार हो रहा है। विभाग में करीब 26 हजार और पदों पर भर्तियां प्रक्रियाधीन हैं। ये भर्तियां भी जल्द पूरी करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी के प्रयासों से राजस्थान जनसंख्या नियंत्रण के क्षेत्र में अग्रणी बनेगा। हम सब समन्वित प्रयास करते हुए स्वस्थ और समृद्ध राजस्थान का संकल्प साकार करेंगे।
विशिष्ट अतिथि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने कहा कि चिकित्सा विभाग द्वारा जनसंख्या स्थिरीकरण की दिशा में लगातार किए जा रहे प्रयासों से कुल प्रजनन दर में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की जा रही है। साथ ही, आमजन को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए कम्पलीट लाइफ साईकिल एप्रोच के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, पंचायतीराज विभाग सहित अन्य सहयोगी विभागों को निरन्तर समन्वित प्रयास करने की आवश्यकता प्रतिपादित की है।
श्रीमती राठौड़ ने कहा कि परिवार नियोजन क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सर्वाधिक है। परिवार नियोजन में पुरूषों की भागीदारी बढ़ाने के लिए बैलेंस एप्रोच को अपनाना होगा। उन्होंने एएनएम, आशा सहित अन्य स्वास्थ्य कार्मिकों को पुरूषों की भागीदारी बढ़ाने के लिए बेहतर काउंसलिंग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रत्येक स्तर पर प्रयास किया जाए।
मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. अमित यादव ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस की इस वर्ष की थीम ”माँ बनने की उम्र वही, जब तन और मन की तैयारी सही’’ निर्धारित की गई है। यह थीम मातृ-शिशु स्वास्थ्य, सुनियोजित परिवार और किशोरियों की शिक्षा व सशक्तीकरण पर जोर देती है। उन्होंने कहा कि यह थीम हमें इस दिशा में आगे बढ़ाती है कि उचित अंतराल और समय पर गर्भधारण मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में परिवार नियोजन के नए साधन गर्भ निरोधक इम्प्लांट को जयपुर, उदयपुर एवं जोधपुर जिले एवं एससी अंतरा इंजेक्टेबल का जोधपुर व उदयपुर जिले में भी विस्तारित किया गया है।
परिवार कल्याण में बांसवाड़ा रहा अव्वल—
परिवार कल्याण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों में बांसवाड़ा जिले ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। भीलवाड़ा जिले को दूसरा, तृतीय स्थान पर प्रतापगढ, चतुर्थ स्थान पर जिला- नागौर, तथा हनुमानगढ़ जिले को पांचवां स्थान प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत किया गया। इसी प्रकार बारां छठे स्थान के लिए एवं जिला अजमेर को सातवां स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कार प्रदान किया गया है। प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ परिणाम देने वाले निजी चिकित्सालय/महाविद्यालयों की श्रेणी में हरिओम अस्पताल उदयपुर, महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज निजी चिकित्सा महाविद्यालय एवं गीताजंली मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल, उदयपुर को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया।
पंचायत समिति श्रेणी में अजमेर की मसूदा रही अव्वल—
प्रदेश मे सर्वश्रेष्ठ परिणाम देने वाली पंचायत समिति की श्रेणी में ब्यावर जिले की पंचायत समिति, मसूदा प्रथम, अजमेर की केकडी द्वितीय, प्रतापगढ़ पंचायत समिति को तृतीय स्थान प्राप्त करने पर नकद राशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इसी प्रकार पंचायत समिति कोटपूतली, झालावाड़ की अकलेरा, उदयपुर की गिर्वा को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया है। प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ परिणाम देने वाली ग्राम पंचायत श्रेणी में हनुमानगढ़ जिले की 30 एसएसडब्लयू प्रथम स्थान, कोटपूतली-बहरोड की ग्राम पंचायत- गोपालपुरा द्वितीय स्थान, बूंदी जिले की गणेशपुरा को तृतीय स्थान एवं झालावाड़ की सरडा ग्राम पंचायत द्वारा चतुर्थ प्राप्त करने पर नकद राशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ परिणाम देने वाला आशान्वित ब्लॅाक श्रेणी में चित्तौडगढ़ के निम्बाहेडा को प्रथम प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत किया गया है।
प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ परिणाम देने वाले गैर सरकारी संगठन की श्रेणी में एफआरएचएस इंडिया को प्रथम प्राप्त करने पर प्रशस्ति पत्र एवं शील्ड देकर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार व्यक्तिगत पुरस्कार योजना की श्रेणी में राज्य में परिवार कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत अर्जित उपलब्धि के आधार पर प्रथम तीन स्थान पर रहने वाले जिलों को सम्मानित किया गया। इस श्रेणी में बांसवाडा प्रथम, भीलवाडा द्वितीय एवं प्रतापगढ़ जिले के अतिरिक्त एवं उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (प.क.) को तीसरा स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया। राज्य में सर्वाधिक नसबंदी ऑपरेशन करने वाले सर्जन श्रेणी में डॉ. मनोज अरोडा, प्रेरित करने के लिए एलएचवी श्रीमती आशा कुमारी वर्मा को पुरस्कृत किया गया। प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ परिणाम देने वाले राजकीय चिकित्सालय/संस्थान की श्रेणी में नागौर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, गगराना, अजमेर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कादेडा, बारां के उप जिला चिकित्सालय, अटरू एवं जयपुर के आर.डी.बी.पी. जयपुरिया हॉस्पीटल को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कार प्रदान किया गया।
पीपीआईयूसीडी निवेशन में राज्य में सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि की श्रेणी में कोटपूतली-बहरोड ने प्रथम स्थान, प्रतापगढ़ (द्वितीय स्थान), बांसवाड़ा (तृतीय स्थान), सलूम्बर (चतुर्थ स्थान), श्रीगंगानगर (पांचवें), हनुमानगढ़ छठे एवं सीकर द्वारा सातवां स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कार प्रदान किया गया।
समारोह में चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न जिलों से चयनित स्वास्थ्यकर्मी सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।

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