प्रकाश कुंज । कोलकात पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के भंगार इलाके में एक स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता रज्जाक खान की अज्ञात हमलावरों ने गुरुवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार श्री खान (38) चालताबेरिया इकाई के अध्यक्ष थे और कैनिंग पूर्व विधायक सौकत मोल्ला के करीबी थे। पुलिस
प्रकाश कुंज । कोलकात पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के भंगार इलाके में एक स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता रज्जाक खान की अज्ञात हमलावरों ने गुरुवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस के अनुसार श्री खान (38) चालताबेरिया इकाई के अध्यक्ष थे और कैनिंग पूर्व विधायक सौकत मोल्ला के करीबी थे।
पुलिस ने बताया कि श्री खान कल रात पार्टी की एक बैठक में शामिल होने के बाद घर लौट रहे थे, तभी काशीपुर पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले सिरिस्तला के पास अज्ञात हमलावरों ने उन पर हमला कर दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “प्रारंभिक जाँच से पता चलता है कि श्री खान को तीन गोलियां मारी गयीं और कई बार चाकू से वार किये गये।” उन्होंने कहा कि हमला करने के तरीके से स्पष्ट है कि हमलावर यह नेता की मौत सुनिश्चित करना चाहता था।
पुलिस के अनुसार मोटरसाइकिल पर सवार हमलावरों नहर के पास सुनसान इलाके में श्री खान पर घात लगाकर हमला किया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस मामले में फिलहाल कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है, लेकिन इलाके में एक पुलिस दल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है जिसके तहत सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है और कई स्थानीय लोगों से पूछताछ की गई है।
तृणमूल विधायक सौकत मोल्ला ने हत्या के लिए इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) को ज़िम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि आईएसएफ समर्थित अपराधियों ने इस हमले की साजिश रची है। उन्होंने कहा,“रज्जाक एक समर्पित पार्टी कार्यकर्ता थे। भांगर में अपना जमीनी आधार खो रहे लोग खासकर आईएसएफ का हाथ इस अपराध के पीछे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि आईएसएफ विधायक नवसाद सिद्दीकी ने क्षेत्र में असामाजिक तत्वों को बढ़ावा दिया था।
आईएसएफ ने हालांकि नेता की हत्या की किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया और दावा किया कि यह हत्या तृणमूल कांग्रेस के अंदरूनी कलह का ही परिणाम है।
गौरतलब है भांगर में तृणमूल कांग्रेस और आईएसएफ के बीच अक्सर राजनीतिक झड़पें होती रहती हैं और दोनों दोनों इस इलाके पर कब्ज़ा बनाये रखने की होड़ लगी रहती हैं।