-चेयरमैन ने बताया खुद की जान को खतरा, सचिव पर लगाए गंभीर आरोप प्रकाश कुंज । जयपुर, (ब्यूरो): राजस्थान मदरसा बोर्ड के चेयरमैन एमडी चोपदार ने सोमवार को यहां मदरसा बोर्ड के मीटिंग हॉल में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बोर्ड के सचिव चेतन चौहान पर गंभीर आरोप लगाते हुए स्वयं को जान का खतरा होने
-चेयरमैन ने बताया खुद की जान को खतरा, सचिव पर लगाए गंभीर आरोप
प्रकाश कुंज । जयपुर, (ब्यूरो): राजस्थान मदरसा बोर्ड के चेयरमैन एमडी चोपदार ने सोमवार को यहां मदरसा बोर्ड के मीटिंग हॉल में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बोर्ड के सचिव चेतन चौहान पर गंभीर आरोप लगाते हुए स्वयं को जान का खतरा होने की आशंका जताई। चोपदार ने आरोप लगाया कि सचिव चेतन चौहान एक समुदाय विशेष के प्रति हीन भावना रखते हैं और इसी भावना से प्रेरित होकर मदरसा बोर्ड आफिस में स्थापित नमाज कक्ष को जान बूझकर हटाया। उन्होंने बताया कि जब से चेतन चौहान ने मदरसा बोर्ड सचिव पद का संभाला है, तब से मदरसा शिक्षा सहयोगियों को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है।
चेयरमैन चोपदार ने बताया कि सचिव द्वारा बोर्ड की कुछ महिला कर्मचारियों पर देर रात तक कार्यालय में रुकने का दबाव बनाया जा रहा है। इसके अलावा बोर्ड के समस्त कर्मचारियों को बार-बार नोटिस दिए जा रहे हैं, जिससे वे मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं। मीडिया से रूबरू होते हुए चेयरमैन चोपदार ने कहा कि सचिव द्वारा जानबूझकर प्रशासनिक पारदर्शिता को नजरअंदाज किया जा रहा है। मुझे किसी भी प्रकार की संचालित पत्रावलियां उपलब्ध नहीं करवाई जा रही हैं और सचिव स्वयं ही निर्णय लेकर भ्रष्टाचार की आशंका पैदा कर रहे हैं।
कोर्ट के आदेश की हो रही अवहेलना
चोपदार बोले-मेरे पास कार्यरत कम्प्यूटर आपरेटर गोविन्द भारद्वाज 2013 से बोर्ड में कार्यरत है, जो कि मेरा निजी सहायक का पद रिक्त होने के कारण इनके द्वारा निजी सहायक का कार्य संपादित किया जा रहा था, को बिना कारण हटा दिया गया। गोविन्द भारद्वाज द्वारा हाईकोर्ट जयपुर बेंच द्वारा इन्हें निरंतर कार्य करने एवं मानदेय भुगतान करने के संबंध में आदेश पारित किया गया। बावजूद इसके कोर्ट के आदेश की पालना करने के बजाय गोविन्द भारद्वाज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी गई। चोपदार ने आरोप लगाया कि सचिव चेतन चौहान द्वारा मदरसों से संबंधित सभी विकास कार्यों को रोका जा रहा है।