प्रकाश कुंज । इटावा उत्तर प्रदेश के इटावा जिले की सैफई पुलिस ने एक फर्जी आईएएस अधिकारी समेत दो को गिरफ्तार कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने गुरुवार को बताया कि 10 और 11 जुलाई की रात करीब ढाई बजे सैफई थाने की गश्ती पुलिस को आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर
प्रकाश कुंज । इटावा उत्तर प्रदेश के इटावा जिले की सैफई पुलिस ने एक फर्जी आईएएस अधिकारी समेत दो को गिरफ्तार कर लिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने गुरुवार को बताया कि 10 और 11 जुलाई की रात करीब ढाई बजे सैफई थाने की गश्ती पुलिस को आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर आजमगढ़ निवासी रामप्रवेश यादव परेशान हालत में मिले जिन्होंने सैफई पुलिस को इस बात की जानकारी दी कि वह लखनऊ चारबाग से एक स्कॉर्पियो के जरिए फिरोजाबाद जा रहे थे, बीच रास्ते में अवैध हथियारों को दिखा करके उनके साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया गया है उनका मोबाइल फोन एटीएम कार्ड और करीब साढ़े 4 हजार रुपए उनसे लूट लिए गए हैं।
पुलिस ने लूट के शिकार हुए रामप्रवेश यादव की कहानी सुनाने के बाद लुटेरों की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी। विभिन्न सीसीटीवी कैमरे तलाशे गए जिसमें लुट की वारदात को अंजाम देने वाली कार कई जगह नजर आई। पुलिस ने रामप्रवेश यादव की कहानी को सच मानते हुए सैफई थाने में लूट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस की पड़ताल इटावा से लेकर के लखनऊ तक की गई इसके बाद कार सवार लुटेरों की पहचान की गई और उसके बाद उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए गए।
लुटेरों की तलाश में जुटी पुलिस तब अचरज में पड़ गई जब इस मामले में शामली जिले में तैनात ऊन तहसील में तैनात एसडीएम अमर पांडे का फोन आना शुरू होता है जिसमें उनकी ओर से ऐसी जानकारी दी जाती है कि पुलिस ने जिस स्कॉर्पियो गाड़ी को पकड़ा है वह उनकी गाड़ी है और उनका ड्राइवर इस गाड़ी को लेकर गया था । इस गाड़ी को छोड़ने की उनकी ओर से सिफारिश की गई। लूट की वारदात में एसडीएम की एंट्री के बाद पुलिस अधिकारियों के हाथ पैर फूलना शुरू हो गए।
इस बात की जानकारी बड़े पुलिस अफसर को भी दी गई जिसके बाद से सिफारिशी एसडीएम को यह बताया गया कि आप सैफई थाने आ जाएगा तो गाड़ी छोड़ दी जाएगी। इसके बाद एसडीएम अमर पांडे अपने एक अन्य साथी के साथ सैफई थाने पहुंचे। पुलिस ने एसडीएम अमर पांडे से कई क्रम में सिलसिले बार ढंग से बातचीत की, जिसमें उनकी ओर से ऐसा बताया गया कि वह ट्रेनी आईएएस अधिकारी है, पहले 2022 के बैच में 58 नंबर पर उनका सिलेक्शन हुआ है लेकिन सैफई के सीओ राम गोपाल शर्मा ने जब ऑनलाइन जांच की तो यह बात सत्य नहीं पाई गई।
पुलिस ने सख्ती से पूछताछ शुरू की तो अमर पांडे और उसका साथी टूट गया और उसने अपनी असलियत खुला करके सामने रख दी। लूट की वारदात में शामिल कार पर भारत सरकार के साथ साथ मजिस्ट्रेट भी लिखा कर रखा गया । गाड़ी के साथ अवैध दो तमंचा और कुछ दस्तावेज भी बरामद किए है।
पुलिस दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और इनके खिलाफ धारा 309(4)/319(2)/336(3)/338,/340(2)/ 317(2) बीएनएस व धारा 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही करके जेल भेज दिया है।